हनुमान चालीसा शब्दशः अर्थ | Word to Word Translation of Hanuman Chalisa in Hindi
दोहा: श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मन मुकुर सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।। शब्दार्थ: श्रीगुरु: श्री
ताज़ा हवा और रोशनी के लिए
दोहा: श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मन मुकुर सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।। शब्दार्थ: श्रीगुरु: श्री
हर इंसान के लिए दोस्ती की एक अलग परिभाषा होती है जिसे वो शायद शब्दों में बयाँ भी न कर
सपना बड़ा हो या छोटा, सपना तो सपना होता है। यहां तक कि सबसे सफल व्यक्तियों के भी सपने थे,
माँ, जननी, अम्मा और ना जाने कितने और अनेक नाम है एक माँ के। कहते हैं धरती पर अपनी कमी
ऐसा माना जाता है कि अंतरिक्ष का आपकी अंतरात्मा पर कोई काबू नहीं होता है। मनुष्य की अंदर की शक्तियों
दिन की शुरुआत में खुद को शिक्षित करने का अर्थ होता है दिन के अंत में उसका फल पाना। आज
हमारे बड़े यह बात कह रहे हैं कि तुम्हारी सफलता का राज केवल तुम्हारे बड़ों के आशीर्वाद और उनके विश्वास
कई बार हम अपने अभिमान और ज़िद के चलते अपनी ज़िंदगी के उन रिश्तों को गवा बैठते हैं जो हमारा
जीवन में कोई व्यक्ति अकेला नहीं रह सकता, हर मोड़ पर उसे किसी के साथ की ज़रूरत होती है। इसलिए
इश्क़ का राबता रूह से होता है, पढ़िये रूहानी मोहब्बत पर कुछ बेहतरीन शायरी मोहब्बत रूहानियत का वो खूबसूरत एहसास
इंसान जब प्यार में होता है, तो वो अपने पार्टनर के साथ ज़्यादा से ज़्यादा वक़्त बिताना चाहता है और
ऐसा कहा जाता है कि बहन मां का दूसरा रूप होती है। बड़ी हो या छोटी एक बहन अपने दूसरे