दोस्तों हम लेकर आये हैं आपके लिए दिवाली पर शायरी, Happy Diwali Shayari. आइये सबसे पहले जानते हैं दिवाली के इतिहास के बारे में.
हमारा भारत देश त्यौहारों का देश है। यहाँ साल भर एक के बाद एक त्योहार अपना अमर संदेश देने तथा जनता को नई प्रेरणा देने के लिए आते रहते हैं। भारत में लोग इन त्योहारों को बहुत खुशी के साथ मनाते हैं और अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए सम्मान दिखाते हैं। ये त्यौहार सदियों से चले आ रहे हैं जो भारतीय संस्कृति और सभ्यता के साथ-साथ देश के पुराने गौरव को दर्शाते हैं।
दिवाली भी एक आदर्श त्योहार है, जिसे देश के हर हिस्से में बड़े हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसकी महानता के कारण ही इसे त्योहारों का राजा कहा जाता है।
लोग अंधेरी रात में एक दीपक जलाते हैं और इसे एक उज्ज्वल रात में बदल देते हैं। दिवाली एक ऐसा त्योहार है जिसके साथ हर धर्म जुड़ा हुआ है। भारत में सभी जाति और धर्म के लोग दिवाली को बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं। इससे इस त्योहार का महत्व और अधिक बढ़ जाता है।
भारतीय संस्कृति के आदर्श पुरुष भगवान श्रीराम, रावण को हराकर इस दिन अयोध्या लौटे थे। 14 साल के वनवास के बाद श्री राम की वापसी पर, अयोध्या में लोगों ने आनन्दित होकर घी के दीपक जलाए थे। तब से इस दिन को दिवाली के रूप में मनाया जाता है.
इसी दिन आर्य समाज के संस्थापक ऋषि दयानंद ने कहा, “भगवान आपकी इच्छा पूरी करें।” कह कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। संस्कृति के महान नेता स्वामी रामतीर्थ ने इस दिन अपना शरीर त्याग दिया था। सिक्खों के छठे गुरु हरगोविंद सिंह जी, 52 राजाओं के साथ इसी दिन जेल से बाहर आए थे। दिवाली देशवासियों को इन महान आत्माओं को याद करने का सुनहरा अवसर देती है।
दीपावली की शुभकामनाएं देने के लिए सन्देश >> यहाँ पढ़ें
Happy Diwali Shayari in Hindi
देखकर तुम्हारी इन आँखों में,
हर दुःख भुला देने का दिल करता है,
बस अब सिमटकर तुम्हारी बाहों में
एक दीप की भांति जगमगाने का मन करता है.
कह दो अंधेरों से कहीं और घर बना लें
मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया है।
सभी के दीप सुंदर हैं हमारे क्या तुम्हारे क्या
उजाला हर तरफ़ है इस किनारे उस किनारे क्या
दिवाली पर तुम खुशियाँ खूब मनाना,
अगर मेरी किसी बात का बुरा लगा हो तो उसे दिल से मिटाना।
दिवाली के बाद की सुबह उनके लिए बड़ी खुशियाँ लेकर आती है
कुछ पटाखे तुम बिना खरीदे ही दिवाली का जश्न मना लिया करो।
अनोखे रंगो में लिप्त आज दिवाली की ये रात निराली है
गली गली है रौशनी, और हर तरफ बस खुशहाली है।
ये रोशनी का पर्व है दीप तुम जलाना,
जो हर दिल को अच्छा लगे ऐसा गीत तुम गाना,
दुःख दर्द सारे भूलकर सबको गले लगाना,
ईद हो या दिवाली बस खुशियों से मनाना।
रोशन हुई है नगरी सारी लोगों ने खुशियों के गीत गाए हैं,
धन्य हो गई है धरा कि भगवान राम वनवास काटकर आए हैं।
पटाखों की आवाज से गूँज रहा ये संसार,
दीये की रोशनी और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आप को दीवाली का ये त्यौहार।
दीवाली के इस पावन अवसर पर याद आपकी आई,
शब्द-शब्द जोड़कर देते हैं आपको बधाई।
मत जलाओ पटाखे मत जलाओ अनार,
इन सब से होती जाती अपनी धरती बीमार,
भुला दो नफरत सारी दिल से बस याद रखो सबसे करना प्यार,
बस प्रदूषण मत होने देना तुम चाहे दीए जलाओ हजार।
रोशन हो दीपक और सारा जग जगमगाएँ,
लिए साथ सीता मैय्या को राम जी हैं आएँ,
हर शहर यूँ लगे मानो अयोध्या सजी हो,
आओ हर द्वार हर गली हर मोड़ पे हम दीप जलाएं।
क्या बताएं ग़ालिब अपनी नौकरी, ज़िन्दगी का आलम-ए-बेबसी
कि अब तो दीवाली भी रूठ कर आगे जा पहुंची
Funny Diwali Shayari
कुछ लोगों को शायरियां करना पसंद होता है। इसीलिए वे दीपावली के शुभ अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देने का अंदाज ही अलग करना चाहते हैं। वे सभी दिवाली पर शुभकामनाएं देने के लिए शेर और शायरी का इस्तेमाल करते हैं। Happy Diwali Shayari
यही सोच कर मैंने आप सभी के लिए कुछ हैप्पी दिवाली शायरी प्रस्तुत की है उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को ये शायरियाँ पसंद आएँगी.
तू पटाखा है किसी और का,
तुझे फोड़ता कोई और है।
दिवाली की लाइट,
करे सबको डिलाइट,
पकड़ो मस्ती के फ्लाइट,
और धूम मचाओ ऑल नाईट।
लाइफ थी खाली, रात थी काली,
अचानक सब कुछ बदला, जब आई दिवाली।
तुम्हारी आँखें पटाखा,
तुम्हारे होंठ राकेट तुम्हारे कान चरखड़ी,
तुम्हारी नाक फुलझड़ी तुम्हारा स्टाइल अनार,
तुम्हारी शख्सियत बम
विश करो जल्दी
वरना I am coming with अगरबत्ती
भगवान का दिया सब कुछ है,
दौलत है, शोहरत है, इज्ज़त है,
मगर दीपावली की छुटी नहीं है.
घर-घर हो खुशहाली,
हर कोई मनाये दिवाली,
गले मिलकर सबको कहो,
Happy Diwali..
आँखो से आँसूओं की जुदाई कर दो,
दिल से ग़मों की विदाई कर दो,
अगर दिल ना लगे कहीं तो,
आ जाओ और मेरे घर की सफाई कर दो…
और याद रहे यह Offer दिवाली तक ही है।
Sad Diwali Shayari | दिवाली पर शायरी और किसी चाहने वाले की याद
था इंतिज़ार मनाएँगे मिल के दीवाली
न तुम ही लौट के आए न वक़्त-ए-शाम हुआ
झिलमिलाते दियो की रौशनी से सजी ये महफ़िल बड़ा सताती है
उसके साथ मनाई वो दिवाली मुझे बहुत याद आती है।
दिवाली हो तुम्हारी खुशियों वाली,
और ये खुशियाँ हो प्यारी प्यारी.
एक दीया हमारे नाम का भी जला लेना
अगर तुम्हें याद आए हमारी
Happy Diwali
मेले में गर नज़र न आता रूप किसी मतवाली का
फीका फीका रह जाता त्यौहार भी इस दीवाली का
कोई रिश्तों की मिठास बढाए तो बात बने,
मिठाइयाँ तो हर साल मीठी ही बनती हैं.
हैं खूब हासिल यूँ तो रौनकें मेरी नजरों को भी
पर तू नहीं सामने तो जैसे आंखें भी खाली खाली हैं।
काश की इंतजार के इन नरम लम्हों में आ जाये तू
कि तेरे बगैर लगती बड़ी ही सूनी सूनी सी ये दिवाली है।
दीपावली आए
साथ अपने खुशियाँ लाए
बिछड़े थे हम जिनके साथ बचपन में
फुलझडि़यां उनकी याद लाए।
Deepawali Shayari | दीपावली पर शायरी
जल बुझूँगा भड़क के दम भर में
मैं हूँ गोया दिया दिवाली का
बीस बरस से इक तारे पर मन की जोत जगाता हूँ
दीवाली की रात को तू भी कोई दिया जलाया कर
राहों में जान घर में चराग़ों से शान है
दीपावली से आज ज़मीन आसमान है
आज की रात दिवाली है दियें रौशन हैं
आज की रात ये लगता है मैं सो सकता हूँ
वो दिन भी हाए क्या दिन थे जब अपना भी तअल्लुक़ था
दशहरे से दिवाली से बसंतों से बहारों से
होने दो चराग़ाँ महलों में क्या हम को अगर दीवाली है
मज़दूर हैं हम मज़दूर हैं हम मज़दूर की दुनिया काली है
जो सुनते हैं कि तिरे शहर में दशहरा है
हम अपने घर में दिवाली सजाने लगते हैं
Diwali Sher o Shayari
हर इक मकाँ में जला फिर दिया दिवाली का
हर इक तरफ़ को उजाला हुआ दिवाली का
सभी के दिल में समाँ भा गया दिवाली का
किसी के दिल को मज़ा ख़ुश लगा दीवाली का
अजब बहार का है दिन बना दिवाली का
Diwali Poem in Hindi | दिवाली पर कविता
रचनाकार – कैफ़ी आज़मी
एक दो ही नहीं छब्बीस दिए
एक इक कर के जलाए मैंने
एक दिया नाम का आज़ादी के
उस ने जलते हुए होंटों से कहा
चाहे जिस मुल्क से गेहूँ माँगो
हाथ फैलाने की आज़ादी है
इक दिया नाम का ख़ुश-हाली के
उस के जलते ही ये मालूम हुआ
कितनी बद-हाली है
पेट ख़ाली है मिरा जेब मिरी ख़ाली है
इक दिया नाम का यक-जेहती के
रौशनी उस की जहाँ तक पहुँची
क़ौम को लड़ते झगड़ते देखा
माँ के आँचल में हैं जितने पैवंद
सब को इक साथ उधड़ते देखा
दूर से बीवी ने झल्ला के कहा
तेल महँगा भी है मिलता भी नहीं
क्यूँ दिए इतने जला रक्खे हैं
अपने घर में न झरोका न मुंडेर
ताक़ सपनों के सजा रक्खे हैं
आया ग़ुस्से का इक ऐसा झोंका
बुझ गए सारे दिए
हाँ मगर एक दिया नाम है जिस का उम्मीद
झिलमिलाता ही चला जाता है
Deepawali Poem in Hindi | दीपावली पर कविता
रचनाकार – नजीर बनारसी
घुट गया अँधेरे का आज दम अकेले में
हर नज़र टहलती है रौशनी के मेले में
आज ढूँढने पर भी मिल सकी न तारीकी
मौत खो गई शायद ज़िंदगी के रेले में
इस तरह से हँसती हैं आज दीप-मालाएँ
शोख़ियाँ करें जैसे साथ मिल के बालाएँ
हर गली नई दुल्हन हर सड़क हसीना है
हर देहात अँगूठी है हर नगर नगीना है
पड़ गई है ख़तरे में आज यम की यमराजी
मौत के भी माथे पर मौत का पसीना है
रात के करूँ मैं है आज रात का कंगन
इक सुहागनी बन कर छाई जाती है जोगन
क़ुमक़ुमे जले घर घर रौशनी है पट पट पर
ले के कोई मंगल-घट छा गया है घट घट पर
रौशनी करो लेकिन फ़र्ज़ पर न आँच आए
हो निगाह सीमा पर और कान आहट पर
होशियार उन से भी जो निगाह फेरे हैं
पाक ही नहीं तन्हा और भी लुटेरे हैं
छोड़ अपनी नापाकी या बदल दे अपनी धुन
मौत लेगा या जीवन दो में जिस को चाहे चुन
हम हैं कृष्ण की लीला हम हैं वीर भारत के
हम नकुल हैं हम सहदेव हम हैं भीम हम अर्जुन
द्रोपदी से दुर्घटना दूर कर के छोड़ेंगे
ऐ समय के दुर्योधन चूर कर के छोड़ेंगे
क़ब्र हो समाधी हो सब को जगमगाएँगे
धूम से शहीदों का सोग हम मनाएँगे
तुम से काम लेना है हम को दीप-मालाओ
सारे दीप की लौ से दिल की लौ बढ़ाएँगे
सब से गर्मियाँ ले कर सीने में छुपाना है
दिल को इस दिवाली से अग्नी बम बनाना है
अगर आपको ये Happy Diwali Shayari अच्छी लगी हो तो अपने मित्रों, रिश्तेदारों आदि में शेयर करना न भूले। Comment के माध्यम से सभी को दिवाली की शुभकामनाएँ जरुर दें। आपका दिन मंगलमय हो “शुभ दीपावाली”।
दिवाली शुभकामनायें शायरी :
हर आंगन, हर चौखट पर, हर धड़कन,
हर उम्मीद पर, हर शब्द और हर पन्ने पर
जले प्यार की बाती
टीम रोशनदान की ओर से हर वर्ष की भांति
इस वर्ष भी शुभ दीपावली!
हमारी ईश्वर से यही दुआ है की आपका जीवन दिवाली की रौशनी की तरह चमके।
यहाँ पर आपको दीपावली पर भेजी जाने वाली Best Happy Diwali Shayari in Hindi, बधाई शायरी, दीपावली पर हार्दिक शुभकामनायें शायरी और दीपावली पर हंसने हंसाने वाली शायरी इस लेख में मिल जायेंगी, यहाँ से आप शायरी और दिवाली कोट्स लेकर अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को भेज सकते हैं।